Wednesday 6 March 2019

यादों की पोटरी, कभी खट्टी - कभी मीठी


यादें  ना जाने क्यों आज कल बहुत सताती है , कितनी शैतान और चालाक भरी निगहाओं  से हर पल मुझे ये याद दिलाती है की वो सुनेहरा पल जिसे मैं हर पल याद करने की कोशिश करती हूँ , वो बीत चुका  है, अब  तुम पूछोगे कौन सा सुनेहरा पल? कौन सी यादें ?  कैसे पल ? तो बस इतना जान लो की, मैं उन्ही यादों  की बात कर रही हूँ जो कही- न -कही हम सब के दिल में तूफ़ान मचाये रखती है। वो यादें जो कभी भुलायें  नहीं भूलती और याद आने पर केवल दर्द देती है।  किसी ने सच कहा है की" यादे आग की तरह होती है जिसके जलने से केवल तपन मचती है और जो भुज जाए अपनी धुएं भरी यादो से केवल आँखों  में नमी देती है।"  मज़े की बात ये है की हम सबसे ज्यादा याद भी उसी को करते है जिसे हम भूलना चाहते है.

   
        अब सवाल ये उठता है की इन यादों  को भूले कैसे ? तो जनाब एक कड़वा सच सुनिए की- आप इन्हे कभी- भी नहीं भूल सकते मगर इसका  मतलब ये बिलकुल भी नहीं कि- आप इन यादों को याद करके हरदम  दुःखी  रहे क्योंकि आपके दुःखी रहने से ना वो यादे मिट जायेंगी  और ना ही आपका दुःख कम होगा;  इसलिए बस जब  कोई भी याद आपकी आँखों में नमी को बुलावा दे तो बस अपनी आखे बंद करें और उस पल को चुप- चाप देखे जो वो आपको  दिखाना चाहती है , चाहे वो अच्छे हो या वो बुरे वो पल आपके है और आँख खोल के एक बार दिल  से मुस्कुरायें  और खुद से कहे क्या खूब जिंदगी की कहानी लिख रहा हूँ मैं।  बुरी यादों  से  सीखें ताकि वो कल ना रुला सके और अच्छी यादों  को सदा के लिए अपने दिल में कैद करले और जब भी मुस्कुराने का मन करे उन्हें फिर याद करें  और सबसे जरूरी बात जो अक्सर हम भूल जाते है हम अच्छी यादों  को आज भी जीना चाहते है हम  अक्सर कहते है "काश ! कुछ फिर से ऐसा हो जाए तो बस माज़ा आ जाए "मगर वक्त का पहिया ना कभी किसी के लिए रुका है और ना रुकेगा बस यूँ समझ लीजिये की वो एक अच्छा वक्त था जो बीत गया और बदले में हमें कई यादें  दे गया जो हम कभी नहीं भूल सकते।  हां मगर हम  वो वक्त फिर से लाने की  कोशिश जरूर कर सकते है और यक़ीनन वो मुस्कुरता हुआ  वक्त फिर आएगा और शायद वो वक्त  आपका ही इंतज़ार कर रहा हो इसलिए बस खुद को खुशियों से जोड़ने की एक कोशिश और करे और ताकि वो मुस्कुराता हुआ वक्त एक बार फिर  सके शायद किसी और रुप में , किसी अनजान चेहरे में या किसी एक नयी शुरुआत में बस उसे आने दीजियेगा  और फिर देखियेगा उसका जादू !

सोनाली त्रिवेदी 

                                              

 

Sunday 25 March 2018

advertisment script


SOCIAL MEDIA CONCEPT -

A concept for social media post for UTTAM


You can pick any product by the brands.

Do share a creative idea along with a catchy tagline Hindi and English

For Hindi-   This is a social media video script for uttam brand .

                 Special target – international women’s day

(कुछ सपने वक्त के साथ अधूरे रह जाते है इस वीडियो में हम उन्ही पुराने सपनो को को लोगो के दिल से जोड़ने की कोशिश करेंगे )




सोचता है क्या ...

कुछ कर के दिखा ;

अपने पंखो को ..

अब उड़ान दे जरा ;

छूट गये जो सपने , अंधेरो की डोर में ...

हिम्मत की चिंगारियों से , समेट तो जरा ;

चल आगे बढ़ आगे , दुनिया में अब नाम कमा ....

चल अब कुछ कर के दिखा

चल अब कुछ कर के दिखा

...........

Tagline –  क्योकी शुद्धता ही उत्तम है



English copy writing –   funny post always attract to the customers

(Childhood memories)

Target audience – youth & working people



Admit it, u have hidden your lunch box

From Your BFF, Specially when it made by

         UTTAM GHEE



TAGLINE -   UTTAM BEACAUSE IT MAKES MY DAY



2-      (PRODUCT   – UTTAM MILK)

Product – UTTAM MILK

(DO NOT HIDE YOUR TALENT)

TARGET AUDIENCE- Food lovers , young people, working , elders

       

          

            

            OHH. I am not a mithaayiwala  

         Still I make meetha with mixture of love

         Because somebody’s celebration somewhere …..

        

Tagline – UTTAM, Enjoy it taste it



                        








नारी केवल नारी नहीं अपितु एक शक्ति

अब पाए कोरियन ब्यूटी सीक्रेट

Thursday 22 February 2018

सोनपरी चिरईया बनी , घोटालो की रानी


सोनाली त्रिवेदी -

हां, सही कहां  ये पैसा उन भागे हुए अमीरो का नही बल्कि इस देश के उन तमाम गरीबो का है जो दिन रात मेहनत करके एक-एक पाई जोड़ पाता है , ये पैसा उन तमाम किसानों का है जो दिन रात कर्ज में डूब रहा है मगर बारिश की एक  बूंद गिरने की उम्मीद लगाया बैठा है ,जिस पर उसका जीवन आश्रित है , जी हां ये पैसा उस तमाम समाज का है जो दिन रात पसीना बहा करके अपने परिवार का पेट  भरता है अपने परिवार के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बनाना चाहता है


                  हम आपको याद दिलाना चाहते है कि ये बाते कुछ समय पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने डंके की चोट पर कहा था कि-  वह भारत का लुटा हुआ पैसा वापस लाएंगे ।
फिर कैसे एक बार देश का पैसा विदेश इतनी आसानी से चला गया । सोचने वाली बात है कि आखिर कैसे इतना बड़ा घोटाला सरकार की आंखों से छिपा रह गया । एक सरकारी बैंक का कार्य व दस्तावेज इतने असुरक्षित कैसे हो सकते है ?




           जी हां , हम यहां बात कर रहे है उन घोटालों की जो रुकने का नाम नही ले रहे । एक के बाद एक नए घोटाले जिनका सिलसिला न जाने कब थमेगा, पता नही  थमेगा भी  या नही......अब पीएनबी बैंक घोटाले को ही ले लीजिए जिसमें 23 हजार करोड़ रुपये भारत से विदेश ले जाया गया। जिसमें सबसे बाद नाम नीरव मोदी व मेहुल चोकसी का नाम सामने आ रहा है । इस घोटाले में लगभग 63 दिनों में 143 एलयू जारी किया गया । वही सीबीआई ने जाँच के बाद फंड ट्रांसफर सूचना प्राप्त हुई जो अंतरराष्ट्रीय बैंकों में भेजी गई थी । सीबीआई की जांच के बाद डिप्टी मैनेजर गोकुल नाथ शेट्टी , सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज खरात व हेमंत भट्ट को गिरफ्तार किया गया ।



          जहां एक तरफ बयानों व वित्तमंत्री पीएमओ नीरव मोदी को विदेश से लाने में जुटा है; जिसके कारण उन्होंने नीरव मोदी की 25 करोड़ की संपत्ति , आयकर द्वारा 29 संपत्तियां व 105 खाते व कई छापे मारें ।
वही अब नीरव मोदी का सबसे बड़ा बयान सामने आया है । नीरव मोदी ने साफ - साफ पत्र कहा कि-  इस सूचना को गलत ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है , इस बात को सार्वजनिक करके आप लोगो ने  पैसे बकाया करने के सारे रास्ते बंद कर दिए है। मेरे सारे कारोबार को जब्त कर लिया गया ,जिससे बकया राशि प्राप्त हो सकती थी । 




        आखिर ऐसे बयानों क्या समझा जाये? क्या ये बयान एक धमकी है कि अब भारत का पैसा वापस नही  आएगा  ? जहां एक तरफ इस मुद्दे को उठाकर राजनीतिक खेल खेले जा रहे है; वही जनता यह सोच के परेशान है कि अब कैसे सरकारी बैंकों पर भरोसा किया जाए ?

                    



क्या सचमुच  अब सरकारी खाते सुरक्षित नहीं  रह गए ? क्या जनता के खून - पसीने की कमाई इतनी सस्ती हो चुकी है कि कभी ललित मोदी , कभी विजय माल्या , तो कभी नीरव मोदी इतनी आसानी से विदेश लेकर भाग सकते है ?



          इस घोटाले में कई लोगों के नाम सामने आ रहे है  मगर एक बात जो 
दिल और दिमाक दोनो को हिला रही है कि बिना किसी मजबूत शख्सियत के इतना बड़ा घोटाला
असंभव है ।
         आखिर कैसे होगा इस देश का भविष्य जहां सरकारी कार्यालय भी सुरक्षित नहीं रहे । जहाँ कभी सरकारी खाते खुलने की भीड़ जमा हो रही थी, देश का पैसा उसके विकास में लगाया जा रहा था ,वही  अब जनता व देश के लिए एक गंभीर समस्या सामने आयी है
जाते-  जाते एक आखिरी सवाल क्या फिर से भारत सोने की चिड़िया बन पाएगा ?

                                                              सोनाली त्रिवेदी
    















Saturday 28 October 2017

My true self


My true self

Time to reveal my true self,

Which I hide.

I born they said,

A girl child

Many colours, but

Still pink for mine.

Universal nature is equal for all,

But still night is not mine.

Freedom to dream for life and shine,

But boundaries to dream flows to spine.

Who am I? Just want to fly,

But there is no way to describe

The path of my flight.

There is bundle of mysteries,

Which I hide.

I appear to be strong,

But inside a cry.

I am girl

I am daughter

I am sister

I am mother

You think me women

But above all,

I am a human….

Human with heart

Human with mind

Human with soul

Human with pride.

This is my true self,

Which I hide.

 by-  Sonali Trivedi